Gangster Shayari in Hindi
किसकी मजाल जो छेड़े दिलेर को,
गरदिस में घेर लेते है गीदड़ भी शेर को।
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मेरी बदमाशी मेरी निशानी है,
आओ कभी हवेली पे, अगर कोई परेशानी है।
हम वो तालाब है, जहा शेर भी आये तो,
उसे भी सर झुका के पानी पीना पड़ता है।
भीड़ में खड़ा होना मकसद नहीं है मेरा,
बल्कि भीड़ जिसके लिए खड़ी हो, वो बनना है मुझे।
सिरफिरा लड़का हूँ,
मैं जरुरत पड़ने पर हर जगह भिड़ सकता हूँ।
![Gangster Shayari 2 lines](https://shayaricloud.com/wp-content/uploads/2023/07/Gangster-Shayari-2-lines.jpg)
भाई बोलने का हक मैंने सिर्फ दोस्तो को दिया है,
वरना दुश्मन तो आज भी हमें बाप के नाम से पहचानते है।
जिसको जो कहना है कहने दो, अपना क्या जाता है,
ये वक्त वक्त की बात है, और वक्त सबका आता है।
मैं ज़िन्दगी में नोटो का नहीं,
चेहरो का हिसाब रखता हूँ।
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उम्र छोटी है तो क्या हुआ? जीवन का हर एक मंज़र देखा है,
फरेबी मुस्कुराहटो के संग बगल में, छुपा खंज़र देखा है।
गैंगस्टर शायरी 007
![Gangster Shayari 007](https://shayaricloud.com/wp-content/uploads/2023/07/Gangster-Shayari-007.jpg)
हम भी नवाब है, लोगो की अकड़ धुएं की तरह उड़ाकर,
औकात सिगरेट की तरह छोटी कर देते है।
जितना शरीफ बनोगे, दुनिया उतना सताएगी,
हरामी बनके जिओ, दुनिया सलाम ठोक के जाएगी।
देख पगली वैसे कोई गैंग नहीं है मेरी,
पर पहेचान ऐसी है की हर गैंग का आदमी,
इस चेहरे को देख के सलाम ठोकता है।
![gangster shayari in hindi 2 line](https://shayaricloud.com/wp-content/uploads/2023/07/gangster-shayari-in-hindi-2-line.jpg)
जो दिल से उतर गया,
मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता, फिर वो किधर गया।
पीने पिलाने की क्या बात करते हो, कभी हम भी पिया करते थे,
जितनी तुम जाम में लिए बैठे हो, उतनी हम पैमाने में छोड़ दिया करते थे।
औकात की बात मत कर ये दोस्त,
लोग तेरी बंदूक से ज्यादा मेरी मूछ से डरते है।
हम अपने अंदाज मे जीते है,
ये अपना ज्ञान, कही ओर जाके दो।
अगर लड़ना हो तो मैदान में आना,
तलवार भी तेरी होगी और गर्दन भी।
उम्र पर मत जाइए जनाब, वह तो एक संख्या है,
दम पूरा सिस्टम खिलाने का रखते है।
जुबान कड़वी सही पर दिल साफ़ रखता हूँ,
कौन कब कहा बदल गया, सब का हिसाब रखता हूँ।
गैंगस्टर शायरी 302
हम बदमाशी के स्टूडेंट है, हम समझते नहीं है अपने दुश्मनो को,
सीधा जान से मार देते हैं।
मैं वो नहीं जो बाप के पैसे लड़कियो पे उड़ाता है,
मैं वो हूँ जो खुद का खर्चा खुद के दम पे चलाता हूँ।
![Gangster Shayari 302](https://shayaricloud.com/wp-content/uploads/2023/07/Gangster-Shayari-302.jpg)
अपनी औकात में रहना सीख पगली,
वरना जो हमारी आखों में खटकते है, वो श्मशान में भटकते है।
दूसरो की मानोगे तो मुझे बुरा ही पाओगे,
लेकिन खुद मिलोगे तो वादा रहा मुस्कुरा कर जाओगे।
हम तो हर जगह पर राज कर करते हैं,
जो पसन्द करते है उनके दिल पर राज करते हैं,
जो पसन्द नहीं करते उनके दिमाग पर राज करते है।
छोरी ने कहा पागल हो आप, मैंने कहा सिर्फ़ आपके लिए,
वरना औरो की तो इतना कहते ही सांसे रुक जाती है।
जिद ना किया करो मेरी दास्ता सुनने के लिए,
मैं हंसकर भी सुनाऊंगा तो तुम रो पड़ोगे।
![gangster attitude shayari in hindi](https://shayaricloud.com/wp-content/uploads/2023/07/gangster-attitude-shayari-in-hindi.jpg)
सब्र रख ये मुसीबत के दिन भी गुज़र जायेंगे,
जो आज मुझे देखकर हसते है, कल मुझे देखते ही रह जायेंगे।
बदमाशी छोड़ दी हमने, दुश्मन जानते है अभी भी,
खौफ देख हमें बाप मानते है।
औकात की बात मत कर पगली, हम जिस गली में पैर रखते है,
वहाँ की लडकियां अक्सर कहती है, बहारो फूल बरसाओ मेरा महबूब आया है।
पहले भौंके फिर काटने लगे,
अगर कुछ काम होगा तो चाटने लगे।
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